Thursday 23 January 2014

सुविचार :आईये इस तंत्र के प्रति आभार प्रकट करे और इस का सदुपयोग करे - Note


जीव जड़ और चेतन के सहयोग से संयोग से बना है , जो जड़तत्व है वो जड़ से जुड़ा ही रहता है , और जो चेतनतत्व है वो चेतन से लगातार जुड़ा रहता है , यहाँ एक फर्क समझ आता है अन्य जीव और इंसानो में कि इंसानो में एक सुचना तंत्र अतिरिक्त है जो इसकी सुचना भी उस तक भेजता है , कि आखिर वो अन्य से अलग कैसे। आईये इस तंत्र के प्रति आभार प्रकट करे और इस का सदुपयोग करे। ये है बुध्ही यानि मस्तिष्क तंत्र जो सारे फसाद कि जड़ भी है और उपलब्धियाँ भी यही से मिलती है। 

Om Pranam

No comments:

Post a Comment