Friday, 24 January 2014

लक्ष्य हो एक दम सुनिश्चित , नेति नेति का वस्त्र पहन और बस एक एक कदम का सूत्र - note

पीछे मुड़ के न देखना,पलटे तो भ्रमित हो जाओगे 

,आगे भी मत देखना क्यूंकि भय घेर लेगा। 


आभार,कृतज्ञता और प्रेम के धागो से बिनी....  


भावो की मजबूत पकड़ से ..... 


इस रस्सी को पकड़_के आगे बढ़ते चले आओ !


धीरेधीरे एक एक कदम डालते मीलों लम्बा फ़ासला 


पल में तय हो जायेगा ,


फिर न कोहरे का भय , न ऊंचाई का की ओर ध्यान 


जायेगा और न ही गहराई से ह्रदय में कम्पन होगा।



















ध्यान रखना " लक्ष्य हो  एक दम सुनिश्चित , नेति नेति का  वस्त्र पहन 


 और बस  एक  एक कदम का सूत्र ."



Om 

शुभकामनाये !! 

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